सेकेंडरी मेमोरी का उपयोग डाटा को स्थायी रूप से सेव करने के लिए किया जाता है। इसको कंप्यूटर में अलग से जोड़ा जाता हैं। इस मेमोरी में डाटा को सेव करने के बाद यदि कंप्यूटर बंद हो जाता हैं तो डाटा को नुकसान नहीं होगा, दोबारा कंप्यूटर चलाने पर हम डाटा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।

प्राइमरी मेमोरी की अपेक्षा इसकी गति कम होती हैं, लेकिन स्टोरेज को जरूरत के अनुसार बढ़ाया जा सकता हैं। जैसे : हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, सी डी, डी वी डी, पेन ड्राइव आदि।